:
Breaking News

1. Rotary Club Uprise Bikaner प्रस्तुत करता है “फ्री हुनर सीखें, सर्टिफिकेट पाएं!” |

2. मेकअप एक्सपर्ट अलका पांडिया और रोटरी उप्राइज के साथ बीकानेर में महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय! |

3. राखी मोदी और रोटरी उप्राइज बीकानेर के साथ हुनर की नई उड़ान! |

4. मालेगांव फैसला: प्रज्ञा ठाकुर से कोई सिद्ध संबंध नहीं, 17 साल की सुनवाई के बाद सभी सात आरोपी बरी |

5. Top 10 Government Schemes for Indian Women in 2025 | Empowerment & Financial Independence |

6. डॉ. रेशमा वर्मा और रोटरी उप्राइज बीकानेर के सहयोग से 3 दिवसीय महिला हुनर प्रशिक्षण शिविर: आत्मनिर्भरता की ओर एक सशक्त कदम |

7. महिलाओं के लिए निःशुल्क कौशल विकास: रोटरी उप्राइज बीकानेर और महिला हुनर प्रशिक्षण केंद्र का अनूठा प्रयास! |

8. महिलाओं के लिए सुनहरा मौका: निःशुल्क हुनर प्रशिक्षण शिविर रोटरी क्लब सादुल गंज बीकानेर में 3, 4 और 5 अगस्त, 2025 से। |

कुलपतियों और शिक्षाविदों ने लिखा खुला पत्र, फिर विवादों में घिरे राहुल गांधी #RahulGandhi #KFY #KFYNEWS #KHABARFORYOU #NATIONALNEWS

top-news
Name:-DEEPIKA RANGA
Email:-DEEPDEV1329@GMAIL.COM
Instagram:-KHABAR_FOR_YOU



कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बीते दिनों विश्वविद्यालय प्रमुखों की चयन प्रक्रिया पर राहुल ने सवाल खड़ा किया था। इस दौरान उन्होंने कुलपतियों के चयन को लेकर टिप्पणी की थी। जिसका विरोध जताते हुए अब कई विश्वविद्यालय के कुलपतियों और शिक्षाविदों ने खुला पत्र लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

Read More - कोरोना वैक्सीन के सामने आए गम्भीर SIDE EFFECTS, जान कर आप भी हैरान हो सकते है

पत्र में लिखी विशेष बातें

पत्र में लिखा गया है, ‘जिस प्रक्रिया से कुलपतियों का चयन किया जाता है, वह योग्यता, विद्वतापूर्ण विशिष्टता और अखंडता के मूल्यों पर आधारित कठोर, पारदर्शी कठोर प्रक्रिया की विशेषता है। चयन पूरी तरह से शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल पर आधारित है और विश्वविद्यालयों को आगे ले जाने की दृष्टि से किया गया है।'

पत्र में आगे लिखा गया है कि देश भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के कुलपति और अकादमिक नेताओं के चयन प्रक्रिया के संबंध में हाल ही में दिए गए आधारहीन आरोपों का खंडन किया जाता है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और कार्यालय को बदनाम किया है। इसलिए यह मांग की जाती है कि कानून के अनुसार उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।

क्या था राहुल गांधी का बयान

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने अपने बयानों में हाल ही में कहा था कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता और अहर्ता को ताक पर रख कर कुछ संगठनों से संबंधों के आधार पर की जा रही है। राहुल गांधी के इस बयान का विरोध करते हुए कई कुलपतियों और शिक्षाविदों ने विश्वविद्यालय प्रमुखों की चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बताया है। 

#KFY #KFYNEWS #KHABARFORYOU #WORLDNEWS 

नवीनतम  PODCAST सुनें, केवल The FM Yours पर 

Click for more trending Khabar 



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

-->