देश युवा को हक़ के लिए सड़कों पर बैठना पड़ेगा?, अंधकार में लाखों छात्रों का भविष्य, युवाओं का बुरा हाल #SupremeCourt #NTA #NEET #UG2024 #NEET_UG_2024 #paperleak #KFY #KHABARFORYOU #KFYNEW

- Aakash .
- 14 Jun, 2024
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देश में जिस परीक्षा के बाद छात्र डॉक्टर बनते हैं वो परीक्षा NEET सवालों के घेरे में आ गई है। नीट परीक्षा कराने वाली करवाने वाली एजेंसी NTA को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। ये जंग सुप्रीम कोर्ट से लेकर सड़कों तक लड़ी जा रही है। आज सुप्रीम कोर्ट से छात्रों के लिए बड़ी खबर आई। NEET के 1563 कैंडिडेट्स की 23 जून को दोबारा परीक्षा होगी। इन्हें ग्रेस मार्क्स मिले थे, लेकिन सवाल सिर्फ ग्रेस मार्क्स का ही नहीं है। सवाल ये भी है कि पहली बार नीट में 67 छात्रों ने टॉप कैसे किया और एक ही एग्जाम सेंटर से 6 छात्र टॉपर कैसे हो सकते हैं। सवाल ये भी है कि ऑफलाइन परीक्षा में देरी का पैमाना क्या है।
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NEET की पवित्रता संकट में
NTA के श्यामपट्ट पर सवालों की दर्जनों लकीरें
उभर आई हैं, जिस परीक्षा को पास करके डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू होती है, उस नीट की पवित्रता
संकट में घिरी नजर आ रही है। कथित गड़बड़ियों की त्रिजियाएं ईमानदारी के परिमापों
को तोड़ रही हैं, डॉक्टरी का सपना संजोए सैकड़ों छात्र असमंजस के त्रिभुजों-आयतों में
फंसे नजर आ रहे हैं।
याचिकाकर्ताओं की वकील सुरीति चौधरी ने कहा कि 3 मुद्दे
मुख्य हैं: पहला ग्रेस मार्क्स, दूसरा पेपर लीक से
जुड़ा है और तीसरा मुद्दा गलत सवालों का। इन सवालों का जवाब
जिन छात्रों ने दिया, उनके साथ क्या कोई भेदभाव नहीं हुआ?
छात्रों ने उठाये सवाल
नीट की परीक्षा जितनी कठिन है, परिणामों के बाद विरोध कर रहे छात्रों के
सवाल भी उतने ही कठिन हैं। छात्र जानना चाहते हैं कि 67 कैंडिडेट्स कैसे टॉपर हो
सकते हैं। एक ही सेंटर के 6 छात्रों के 720 में से 720 अंक कैसे आ सकते हैं. 720
में से 718 और 719 अंक कैसे आ सकते हैं। 1563 स्टूडेंट को ग्रेस मार्क्स किस आधार पर तय हुए।
NTA ने बनाई कमेटी
NTA डीजी सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि हमने कमेटी
बनाई है।कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेंगी। किसी भी छात्र के साथ गलत
नहीं होगा। नीट की परीक्षा कराने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA शक और
सवालों के घेरे में है। NTA छात्रों के दर्जनों सवालों का जवाब FAQ के जरिए
दे रही है, लेकिन राजनीति के गलियारों से भी सवालों की बौछार हो रही है।
नीट के परिणामों से उपजे सवाल सुप्रीम कोर्ट की चौहद्दी में भी गूंज रहे
हैं और ये सवाल हर किसी को विचलित कर रहा है कि अगर, धांधली, गड़बड़ी, जालसाजी के
बाद कोई अयोग्य छात्र डॉक्टर बन गया तो वो लोगों का कैसा इलाज करेगा?
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट का जवाब
- काउंसलिंग चलती रहेगी, हम इसे नहीं रोकेंगे।
- अगर हम परीक्षा रद्द करेंगे तो काउंसलिंग भी अपने
आप रद्द हो जाएगी।
- छात्रों को इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए।
- याचिका दायर करने वालों को फैसले का इंतजार करने
की सलाह।
- अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।
आजाद भारत के
इतिहास में किसी भी कॉम्पिटेटिव परीक्षा में शायद 1, 2, 3 या 5 टॉपर से ज्यादा
नहीं रहे होंगे, लेकिन NEET के नतीजों ने देश को हैरत में डाल दिया. यहां 10 नहीं,
20 नहीं, 50 नहीं, 67 बच्चो ने टॉप किया, वो भी 720 में 720 अंक।
NTA कमेटी की सफाई
हालांकि इस पर NTA
की अपनी दलील है, जिसमें उसने कहा है कि 2024 में 23.33 लाख छात्रों ने पेपर दिया,
जबकि 2023 में 20.38 लाख छात्र पेपर देने पहुंचे थे।
कैंडिडेट्स की संख्या बढ़ने से टॉपर बढ़ गए। NTA
ने 67 टॉपर होने की एक वजह फिजिक्स के एक सवाल को भी माना है। NTA का दावा है कि फिजिक्स के इस सवाल की वजह से
44 छात्र टॉपर बन गए हैं। वहीं नीट एग्जाम में ग्रेस मार्क सवालों
के घेरे में हैं। छात्रों का आरोप है कि NEET EXAM में
ग्रेस मार्क्स की आड में बड़े स्तर पर धांधली की गई। हालांकि
NTA ने अपने दलील में इसका भी जवाब दिया है।
वैसे ग्रेस मार्क्स
को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है। कोटा के आयुष गर्ग के सेंटर में परीक्षा
40 मिनट की देरी से शुरू हुई, कायदे से आयुष को ग्रेस मार्क्स मिलने चाहिए थे,
लेकिन आरोप है कि उसे ग्रेस मार्क्स नहीं दिए गए।
NTA पर सवालों के घेरे में हरियाणा के झज्जर का एग्जामिनेशन सेंटर भी है, क्योंकि सिर्फ हरियाणा के झज्जर से ही 6 टॉपर सामने आए हैं। छात्रों का आरोप है कि यहां बड़े पैमाने पर धांधली हुई, लेकिन NTA का कहना है कि ये सिर्फ एक संयोग ज्यादा और कुछ नहीं।
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