पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक सावा 18 फरवरी को | #KFY #KFYNEWS #KHABARFORYOU

- DEEPIKA RANGA
- 25 Oct, 2023
- 17594

Name:-DEEPIKA RANGA
Email:-DEEPDEV1329@GMAIL.COM
Instagram:-KHABAR_FOR_YOU
Email:-DEEPDEV1329@GMAIL.COM
Instagram:-KHABAR_FOR_YOU


विजय दशमी के दिन पुष्करणा सावे की तिथि पर विचार होने की परंपरा के चलते सभी की नज़र इस बात पर है कि इस बार तिथि क्या होगी। आईये हम आप को बताते हैं इस बार पुष्करणा सावा कब होगा। सावे की तिथि के लिए गंभीर विचार विमर्श की प्रक्रिया बीती रात देर तक चली, फिर तिथि फाइनल हुई। पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक विवाह (सावा) 18 फरवरी 2024 को होगा। सामूहिक सावा भवानी शंकर-भवानी के नाम से तय हुआ है। सामूहिक सावे के दिन सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। सावे की सर्वश्रेष्ठ तिथि के निर्धारण को लेकर मंगलवार देर रात तक पंडितों, ज्योतिषाचार्यों, गणितज्ञों के मध्य हुई शास्त्रोक्त चर्चा में सावे के श्रेष्ठ मुहूर्त का निर्धारण किया गया। ओलंपिक सावे के नाम से मशहूर बीकानेर के पुष्करणा ब्राह्मण समाज के सामूहिक विवाह की आज शास्त्रोक्त चर्चा होने के बाद तारीख तय हो गई है। मंगलवार की देर रात तक ज्योतिषाचार्यो, गणितज्ञों और पंडितों के बीच श्रेष्ठ मुहूर्त का निर्धारण हुआ। इससे पूर्व जस्सोलाई व्यास पार्क के पास स्थित घेरुलाल महादेव मंदिर में भगवान गणेश का पूजन हुआ।
पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक विवाह (सावा) 18 फरवरी 2024 को होगा। सामूहिक सावा भवानी शंकर-भवानी के नाम से तय हुआ है। सामूहिक सावे के दिन सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। सावे की सर्वश्रेष्ठ तिथि के निर्धारण को लेकर मंगलवार देर रात तक पंडितों, ज्योतिषाचार्यों, गणितज्ञों के मध्य हुई शास्त्रोक्त चर्चा में सावे के श्रेष्ठ मुहूर्त का निर्धारण किया गया।
मितव्ययिता और सादगी के लिए प्रसिद्ध पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक विवाह (सावा) 18 फरवरी 2024 को होगा। सामूहिक सावा भवानी शंकर-भवानी के नाम से तय हुआ है। सामूहिक सावे के दिन सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। सावे की सर्वश्रेष्ठ तिथि के निर्धारण को लेकर मंगलवार देर रात तक पंडितों, ज्योतिषाचार्यों, गणितज्ञों के मध्य हुई शास्त्रोक्त चर्चा में सावे के श्रेष्ठ मुहूर्त का निर्धारण किया गया। जस्सोलाई व्यास पार्क के पास िस्थत घेरुलाल महादेव मंदिर प्रांगण में सर्वप्रथम भगवान गणेश का पूजन हुआ। नारायण दास व्यास व मक्खन लाल व्यास ने यजमान रुप में पूजन कर्म संपन्न करवाया। परंपरानुसार राज ज्योतिषी राजेन्द्र कुमार आचार्य ने पुष्करणा सावे की संभावित तिथियों को शास्त्रोक्त चर्चा के लिए रखी। इन तिथियों पर समाज के पंडितों, ज्योतिषाचार्य, गणितज्ञों के मध्य गुण, दोष के आधार पर शास्त्रोक्त चर्चा के बाद सर्वसम्मति से 18 फरवरी 2024 को पुष्करणा सावा आयोजित करने का निर्णय लिया गया। पुष्करणा सामूहिक विवाह के मांगलिक कार्यक्रम हाथधान, गणेश परिक्रमा, जान, बरी व बालकों के यज्ञोपवीत संस्कार के मांगलिक कार्यक्रम हाथधान व गणेश परिक्रमा की तिथि की घोषणा परंपरानुसार धनतेरस के दिन होगी।


Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Search
Category

