सभी बेटियों के लिए हर डॉटर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। KFY Daughters Day Special

- DEEPIKA RANGA
- 24 Sep, 2023
- 19745

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बेटियां जिसे कोई भगवान का दिया हुआ तोहफा मानता है तो किसी को ये किस्मत से मिला एक खूबसूरत पल मानता है। हर कोई चाहता है कि उसके घर में बेटी का जन्म हो ताकि ढेर सारी खुशियों से उसका जीवन खुशहाल हो सके। पिता की प्यारी होती हैं बेटियां, मां की दुलारी होती हैं बेटियां और आजकल के समय में बेटे से कम नहीं हैं बेटियां। अक्सर ऐसा कहा जाता है कि बेटियां एक साथ दो घरों को संभालती हैं शादी से पहले अपने माता पिता के घर को उसके बाद अपने पति के घर को। इसलिए ही तो कहा जाता है कि घर की रौनक होती हैं बेटियां।
डॉटर्स डे के क्या है इतिहास (How To Make
Daughters Day Special)
हमारे समाज में लड़के और लड़कियों को लेकर भेदभाव अक्सर देखा गया है। इसी को हटाने के पहल की गई संयुक्त राष्ट्र ने उन्होंने लड़कियों को सम्मान देने और लोगों को उनका महत्व समझाने के लिए 11 अक्टूबर 2012 को इसकी पहल की और एक दिन बेटियों के नाम किया। संयुक्त राष्ट्र की इस पहल के बाद दुनियाभर में डॉटर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में हर साल ये दिन सितंबर के आखिरी रविवार में मनाया जाता है। इस बार ये 24 सितंबर को मनाया जाएगा।
बेटी दिवस बेटी को विशेष और स्पेशल महसूस कराने के लिए मनाया जाता है। यह एक दिन है जो बेटियों को शुभकामनाएं, उपहार और फूल भेजकर इस अवसर का जश्न मनाते हुए उन्हें स्नेह दिखाने के लिए समर्पित है। आपको यह जानकर खुशी होगी कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। 19 दिसंबर 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लड़कियों के अधिकारों और दुनिया भर में लड़कियों के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों को पहचानने के लिए 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस घोषित करने के लिए संकल्प 66/170 को अपनाया। बालिका का अंतर्राष्ट्रीय दिवस लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस दिन को मनाने का मकसद ये नहीं होता कि इस दिन हर बेटियों की तारीफ की जाएगी। बल्कि इस दिन को इसलिए सेलिब्रेट किया जाता है ताकि लड़कियों (मां बेटी का रिश्ता) के प्रति लोगों को जागरुक कराया जा सके। उन्हें बेटी का सही महत्व बताया जा सके ताकि यही जागरुकता आगे जाकर वो समाज में फैलाएं और बेटियों के जीवन को एक नई पहचान दिलाए। इस दिन अलग-अलग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं जिसमें बेटियों से जुड़ी हर एक चीज को खुलकर बताई जाती है, ताकि हर कोई उन्हें उतना ही सम्मान और अधिकार दे सके जितना लड़कों को मिलता है है। बेटी दिवस हर देश में अलग-अलग दिन मनाया जाता है। बेटियों को समर्पित बेटी दिवस लिंग भेद को खत्म करने के लिए मनाया जाता है।
समाज में बेटियों से जुड़े विचारों में बदलाव लाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। इसका महत्व होता है लोगों को ये बताना कि आजकल के बदलते समय में लड़कियां उतनी ही सक्षम (बेटियों को सिखाएं ये बातें) और निपुण हैं जितने लड़के हैं। वो हर तरह से काम करना जानती हैं। अगर आप बेटियों को पैदा होने का या फिर आगे बढ़ने का मौका देंगे तो इससे बेटियों को प्रोत्साहन मिलेगा। इसे दिन को मनाने का महत्व उन समाज के लोगों के लिए है जो आज भी बेटियों को सिर्फ एक बोझ मानता है। उनके विचारों को बदलने के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है।
भारत में एक लड़की होने के कलंक को दूर करने के लिए सबसे पहले डॉटर्स डे की शुरुआत (Daughters
Day 2022) की गई थी। इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि दुनिया भर के अन्य देशों के विपरीत, भारत में बेटियों के साथ समान व्यवहार नहीं किया जाता है और उन्हें अक्सर एक बोझ के रूप में देखा जाता है। दहेज की अवधारणा भारत में अभी भी कायम है, भले ही इसके खिलाफ कानून हैं। इसके बावजूद दुल्हन के परिवार से अपेक्षा की जाती है कि वे पैसे और महंगे उपहार दें, साथ ही साथ एक फैंसी शादी भी करें, परंपरा में दोष देखने के बजाय, यह बेटियों के लिए एक सजा जैसा बन जाता है। भारत में कन्या भ्रूण हत्या भी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है, और कुछ मामलों में बेटियों को जन्म देने वाली महिलाओं को बहिष्कृत कर दिया जाता है।
अगर बड़े शहरों को छोड़ भी दें तो यह मुद्दा अभी भी ग्रामीण और साथ ही भारत के अन्य हिस्सों में मौजूद है। इसके अलावा भले ही लोग बेटियों से प्यार करें मगर बेटे की चाह में वो और बच्चे पैदा करने से भी गुरेज नहीं करते हैं। इसी दकियानूसी सोच को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय बेटी दिवस भारत में शुरू हुआ और पहली बार 2007 में इसे मनाया गया।
डॉटर्स डे की (Daughters
Day )बेटी दिवस क्यों मनाया जाता है ?
आपको बहुत हद तक यह पता चल गया होगा कि बेटी दिवस क्यों मनाया जाता है ? यह उन खुशियों के सम्मान में मनाया जाता है, जो बेटियां अपने आसपास के लोगों के जीवन में लाती हैं। चाहे वह माता-पिता हों, दादा-दादी हों, भाई-बहन हों, शिक्षक हों, आदि। लड़कियां लड़कों के बराबर हैं, और उन्हें उनकी क्षमताओं पर आंका जाना चाहिए न कि उनके लिंग पर, यह बेटियों को समान अवसर प्रदान करने पर भी केंद्रित है, चाहे वह शिक्षा हो या और कोई काम। इस दिन जिम्मेदार नागरिक बेटियों के महत्व के बारे में जागरूकता लाना का प्रयास करते हैं।
डॉटर्स डे की (Daughters
Day ) बेटी दिवस कैसे मनाया जाता है ?
इस दिन लोग एक दूसरे को बेटी दिवस के शुभकामना सन्देश भेजते हैं और बेटियों की अहमियत पर सुविचार साझा करते हैं। जिनके घर में सौभाग्य से बेटियां हैं वो उन्हें उपहार देते हैं और केक इत्यादि काटकर बेटी दिवस का जश्न मनाते हैं। भारत में बेटियों के साथ बाहर भोजन करके या उन्हें शॉपिंग कराकर भी डाॅटर्स डे सेलिब्रेट कराया जा सकता है, हालांकि बेटी दिवस मनाने से ज्यादा जरुरी है, बेटी को मानना। उसकी अहमियत को जानना, इसलिए ही तो यह ख़ास दिन बेटी(Daughter’s
Day) मनाया जाता है।
बेटा हो या बेटी, किसी को अपने बच्चों को मनाने के लिए किसी कारण की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। इसके लिए बस उनका जन्मदिन ही काफी है। मगर भारत में कई अन्यायपूर्ण पितृसत्तात्मक समाज अभी भी बेटियों को बेटों से कमतर मानते हैं। इसलिए कुछ देशों की सरकारों ने समानता को प्रोत्साहित करने के प्रयास में डॉटर्स डे को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त त्योहार के रूप में मनाने का फैसला किया। सरकार और कानून के सामने हर नागरिक समान है और इस सोच को लोगों में बढ़ावा देने की जरूरत है। डॉटर्स डे की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर यह पता चलता है कि समय कैसे बदल रहा है। लोग खुशी-खुशी बेटियों के होने का जश्न मना रहे हैं और डॉटर्स डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं। चूंकि यह रविवार को पड़ता है, इसलिए बेटियों और माता-पिता की आमतौर पर उस दिन छुट्टी होती है और उनके पास जश्न मनाने के लिए व एक साथ समय बिताने के लिए पूरा एक दिन होता है।
डॉटर्स डे मनाने का खास महत्व है, क्योंकि परिवार के हर सदस्यों को प्यार के बंधन में बांधें रखने में बेटियों का अहम किरदार होता है। जब समाज में बेटियों को बेटों के मुकाबले कम आंका जाता है तो इस दिन का महत्व बढ़ जाता है। ऐसे में हमें लोगों को जागरूक करना जरूरी है और उनके त्याग, समर्पण, साहस, कामयाबी की याद दिलानी पड़ती है।
FAQ Related to Daughter’s Day
| डॉटर्स डे से जुड़े सवाल-जवाब
1. डॉटर्स डे (Daughter’s
Day) कब है?
Ans:- इस बार डॉटर्स डे (Daughter’s
Day) 24 सितम्बर 2023, यानि रविवार को है।
2. डॉटर्स डे और वूमेंस डे कैसे अलग है?
Ans:- डॉटर्स डे (Daughter’s
Day) सितम्बर के आखिरी रविवार को मनाया जाता है जबकि वूमेंस डे 8 मार्च को मनाया जाता है। वूमेंस डे का उद्देश्य है महिलाओं का सशक्तिकरण जबकि डॉटर्स डे(Daughter’s Day) बेटियों के महत्व के प्रति जागरूकता के लिए मनाया जाता है।
3. डॉटर्स डे कैसे बनाएं?
Ans:- डॉटर्स डे मनाने के लिए आप अपनी बेटी का फेवरेट फ़ूड तैयार कर सकते हैं या उसे कोई सुंदर सा गिफ्ट दे सकते हैं।
4. डॉटर्स डे पर क्या गिफ्ट(Daughter’s Day Gift) करें ?
Ans:- डॉटर्स डे पर आप चाकलेट्स, गर्ल टॉय, ड्रेस, स्टेशनरी, होम डेकोर, पर्स, ज्वेलरी, डिजिटल गेम्स, गैजेट्स या वाच गिफ्ट कर सकते हैं।
5. राष्ट्रीय बेटी दिवस पहली बार कब शुरू हुआ?
Ans:- इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई थी।
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